मध्यपूर्व देश के अल्पव्यायिक सम्मेलन दोहा के मेज़बानी में

कत्तर राज्य ने जनवरी 29 से 30, 2006 तक एक दो-दिवस्सीय सम्मेलन दोहा में मेज़बानी करेंगे जहाँ मध्यपूर्व देश के आर्थिक स्थिति के विकास के बारें में खोजेंगे। इस सम्मेलन में 250 से 300 तक मध्यपूर्व दशों, अरब देशों, यूरोप, विश्व के संपन्न राष्ट्रों, विशिष्ट उपभोक्ताओं और तेल के आय के हिस्सेदारियों के कई अर्थशास्त्रीयों और विशेषज्ञों भागे लेने के आशा है।

अनुवर्ती कार्य के सह विददेशमंत्री एवम मंत्रालय के सम्मेलन समिति के मुख्य अध्यक्ष माननीय मोहमद बिन अब्दुल्ला अल रुमेही ने कहा कि इस सम्मेलन में अल्पव्यायिक क्षेत्र के कई विषयों के बारें में चर्चा होंगे जो क्षेत्र के राष्ट्रों के लिए तात्पर्य हो।

मुक्त और प्रतियोगितात्मक तेल के युग में मध्यपूर्व देश के निज आर्थिक स्थिति के बारें में इस सम्मेलन विचार विमर्श करने के प्रतीक्षा है। वाणिज्य में व्यापार संबधी और उद्योगिक समाजों को कई मुद्दे के बारें में इस सम्मेलन चर्चा करेंगे।

अनुवर्ती कार्य के सह विददेशमंत्री एवम मंत्रालय के सम्मेलन समिति के मुख्य अध्यक्ष माननीय मोहमद बिन अब्दुल्ला अल रुमेही ने कहा कि ऊर्ज क्षेत्र के मामलाएं विश्व के नज़र के जरिए इस सम्मेलन अवलोकन करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान के ऊर्ज मार्केट को विश्लेषन करते हुवे भविष्य के ऊर्ज मार्केट के बारें में अनुमान करेंगे और मध्यपूर्व देश के तेल के स्त्रोतस के महनियता विश्व के अल्पव्यायिक क्षेत्र में करनेवाला परिवर्तनों के बारें में भी चर्चा होने के आशा है।

इस सम्मेलन के जरिए भागीदारों को एशिया के भारत, चीन, कोरिया और जापान जैसे राष्ट्रों के आर्थिक दर्शन  आर तेल के कीमत के बढावा इन एशियन राष्ट्रों के विकास एशिया और विश्व पर डालनेवाला असर पर भी सम्मेलन चर्चा करेंगे।

माननीय अल रुमेही ने कहा कि इस सम्मेलन ऐसे वक्त पर हो रहे है जब अमेरिका और विश्व के प्रबल राष्ट्रों मध्यपूर्व देश के आर्थिक विकास पर विशेष ध्यान दैते है।

इसीलिए इस दो-दिवस्सीय सम्मेलन ने इसी क्षेत्र के मुख्य राष्ट्रों को एक साथ मिलकर भविष्य के बारें में विचार विमर्श करने के अवसर प्रधान करते है।

अनुवर्ती कार्य के सह विददेशमंत्री एवम मंत्रालय के सम्मेलन समिति के मुख्य अध्यक्ष माननीय मोहमद बिन अब्दुल्ला अल रुमेही ने कहा  कि कत्तर के एमीर महामहीम शेख हमद बिन खलीफा अल थानी के विवेकपूर्व नेतृत्व से कत्तर राज्य में ऐसे राजनैतिक एवम कुटिल नीति के परिपालन कर रहे है जिससे विश्व के साथ कत्तर राज्य के रिश्ते महत्वपूर्ण है विशेष तौर से  मानविकता, संस्कृतिक, बुद्धि विषयक क्षेत्रों में और कत्तर राज्य ने स्वतंत्र्य, मानव अवकाश और मुक्त व्यापार को प्रोत्साहन किया है।

कत्तर राज्य ने इस वर्ष में करीब 84 सम्मेलन मेज़बानी करने के आशा है और इसे कत्तर राज्य के ओजस्विता और सादगी नीति स्पष्ट दिखते है।

अमेरिका और मुस्लिम विश्व के रिश्ते के बरें में होनेवाला तीसरा सम्मेलन, चौथा अंत धर्म सम्मेलन, प्रजातंत्र के दोहा मेंच और मुक्त व्यापार के विकास के बारें में सम्मलन, आदी इस साल में कत्तक राज्य मेज़बानी करने वाला सम्मेलनों में कुछ है।

इसके अलावा कत्तर के विदेश मंत्रालय ने  एशिया के सहयोग के संवादों के दो मह्तवपूर्ण सम्मेलनों को संघटित करेंगे। इस सम्मेलनों में 32 एशिया के राष्ट्रों भाग लेने के आशा है। इस सम्मेलनों में विश्व के सरकारी, गैर सर्कारी और संसदीय संघटनों भाग लेंगे।

इस सम्मेलन और विस्तृत मध्यपूर्व देश के संकल्प के बारें में पूछे एक सवाल को जवाब देते हुए अनुवर्ती कार्य के सह विददेशमंत्री एवम मंत्रालय के सम्मेलन समिति के मुख्य अध्यक्ष माननीय मोहमद बिन अब्दुल्ला अल रुमेही ने कहा कि इस संक्लप और दोहा सम्मेलन में कुछ भी संबध नही है। उन्होंने कहा कि विस्तृत मध्यपूर्व देश में गल्फ के पास-पडोस राष्ट्रों जैसे अफगानिस्थान, भारत, सोमालिया, लिबिया, टर्की और मध्य एशिया के इस्लामी राष्ट्रों और कुछ अन्य राज्य है। उन्होंने कहा कि विकास के तौर पर मध्यपूर्व देश बहुत प्रधान है और विश्तृत मध्यपूर्व देश एक दूसरे राजनैतिक क्षेत्र है।

अफगानिस्थान के पुलिस को मदद करने के लिए एक द्वितीय सम्मेलन कत्तर में मेज़बानी करने के बारे में पूछे एक सवाल को जवाब देते हुए माननीय मंत्री ने कहा कि कत्तर राज्य ने इस विषय में एक प्रथम सम्मेलन विजयपूर्वक पिछले वर्ष में संघटित किए थे और उन्होंने कहा कि  इस सम्मेलन के सफलता पर अनुवर्तन कर रहै है और वर्तमान में जेरमनी के अभ्यंतर मंत्रालय से सहकरण कर रहे है क्योंकि वे इस विषय के द्वितीय सम्मेंलन संघटन कर रहे है।