इस्लामी
सम्मेलन कत्तर में आरम्भ हुई
कत्तर के
महामहिम एमीर के धर्मपत्नि महामहिम शेखा मौज़ा बिन्त
नासर् अल मिल्नद ने शनिवार, 20
जनवरी 2007
को दोहा षेराट्टन होट्टल में आरम्भ हुइ इस्लामी
सम्मेलन में उपस्थित रही। इस्लामी संप्रदाय और दर्शनों
के बारें में हो रहे इस मम्मेसन में कई माननीय
मंत्रियों और दोहा में उपस्थित कई राजदूतों भाग लिए
है।
पुण्य
खुर्आन के पारायण के बाद इस सम्मेलन के आरम्भ में
कत्तर राज्य के द्वितीय उपप्रधान मंत्रि एवम ऊर्ज और
उद्योगमंत्रि माननीय अब्दुल्ला बिन हमद अल अत्तिया ने
प्रभाषण की।
अपने
भाषण में माननीय अल अत्तिया ने कहा कि एक शताबद्ध के
पहले इस्लामी संप्रदायों और राष्ट्रों को एकमत करने के
तीव्र श्रम को वर्तमान में प्राधान्य देना बहुत ज़रूरी
है। उन्होंने कहा कि इस्लामी राष्ट्रों वर्तमान में कई
गम्भीर और उलझनदार मामलाओं को सामना कर रहे है। इस
स्थित में आपसी विभागीयता और संघर्षों अभिमत नहीं है।
उन्होंने
कहा कि इस्लामी राष्ट्रों के एकता अनिवार्य होने के
वक्त में इस सम्मेलन हो रहे है। माननीय अल अत्तिया ने
कहा कि इस्लामी राष्ट्रों को सामाजिक,
आर्थिक.
शास्त्रिय और टेकनिकी पिछडापन को सामना करना है।
कत्तर
राज्य के द्वितीय उपप्रधान मंत्रि एवम ऊर्ज और
उद्योगमंत्रि माननीय अब्दुल्ला बिन हमद अल अत्तिया ने
कहा कि इन सामाजिक मुद्दों को हल करने के वर्मान के
स्थित में इस्लाम के सभी संप्रदायों और राष्ट्रों को
एकमत होना बहुत ज़रूरी है।
44
राष्ट्रों से 200
से अधिक मुस्लिम पंडितों और बुद्धिजीवियों कत्तर के
मेज़बानी में दोहा षेराट्टन होटल में शनिवार,
20 जनवरी
2007
होनवाला इस्लामी सम्मेलन में भाग लेन के आशा है। इस
सम्मेलन में इस्लामी संप्रदाय और इस्लामी दर्शनों के
बारें में चर्चा करेंगे।
इस
तीन-दिवस्सीय सम्मेलन को कत्तर विश्वविद्यालय के शरिया
और इस्लामी शिक्षा के विभाग,
अल अज़हर
विश्वविद्यालय और इस्लामी विचार के विश्व मंच के
संयुक्त सहयोग से होनेवाला है।
कत्तर
विश्वविद्यालय के शरिया कोलेज के डीन आयिशा अल मन्नाय
ने एक पत्रकारों को संबोधन करते हुए कहा कि इस्लाम के
विविध संप्रदायों के बाच संवाद को प्रोत्साहन करना इस
सम्मेलन के लक्ष्य है। मननीय् ने कहा कि ईराक के
सुन्नी और शिया संप्रदायों के संघर्षों के बारें में
इस सम्मेलन में चर्चा होने के प्रतीक्षा है।
उन्होंने
कहा कि इस्लामी विश्वासों को बदलना नही बल्कि विविध
इस्लामी संप्रदायों के बीच संवादो को प्रोत्साहन करना
इस सम्मेलन के लक्ष्य है ताकि सभी इस्लामी संप्रदायों
इस्लाम के मौलिक तत्वों पर आधार है।
ईजिप्त
के धर्म और औखाफ कार्य मंत्रि डाक्टर मेहमूद एच
ज़ागज़ूग के प्रभाषण से इस सम्मेलन के आरम्भ होंगे।
ओमान के
मफ्ती शेख अहमद अल खलीली,
इस्लामी
विचार के विश्व मंच के महासचीव इरान के आयतुल्ला मोहमद
अली अल तश्कीरी,
इस्लामी
सम्मेलन संघटन के महा सचीव डाक्टर अखमलदिन इहसनोगुलु
और डाक्टर यूसफ अल खरदावी इस सम्मेलन में भाग लेने के
आशा है।
इस
सम्मेलन में सुडान,
बोस्निया,
अफगानिस्तान,
ईरान,
फ्रान्स,
टुनीस्या
और कई राष्ट्रों से मशहूर पंडितों के प्रतिनिध मंडल
भाग लेंगे।
इस
सम्मेलन के आट सभाओं में एकमत होने के लिए संवोदों के
प्राधान्य,
इस्लामी
विचारों और संस्कृतियों के रिश्तेदारी,
रोकावट
और ललकार,
अंतःधार्मिक संवाद आदी विषयों के बारें में चर्चा
होंगे।
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