6वां
दोहा लोकतंत्र और विकास के सम्मेलन
लोकतंत्र,
विकास और मुक्त
व्यापार के 6वाँ
कत्तर सम्मेलन दोहा के मेज़बानी में 11
से 13
अप्रैल तक चलते रहेंगे। इस सम्मेलन को कत्तर के नियाजन समिति
ने कत्तर के व्यापारियों के संघटन और गल्फ अनुशीलन केंद्र के
संयुक्त सहयोग से संघटित कर रहे है।
इस वर्ष के
सम्मेलन में अरब विश्व के विविध संस्थापनों सामना कर रहे
चुनौतीयों,
नागरिक समाजों
सामना कर रहे चुनौती और उसके हल,
मध्यपूर्व देश के
विविध सुधराओं,
माध्यमों के
स्वातंत्रता,
विभिन्न सभ्यताओं
के आपसी संवाद,
प्रजातंत्रिक चलन,
आतंकवादविरोध
प्रवर्त्तन आदी विषयों के बारें में विचार विमर्श करेंगे। इस
सम्मेलन के समाप्त सभा को कत्तर राज्य के प्रथम उप
प्रधानमंत्रि एवम विदेशकार्य मंत्रि माननीय शेख हमद बिन जासेम
बिन जाबर् अल थानी संबोधन करने के आशा है।
इस सम्मेलन के
प्रथम सभा में क्षेत्रीय संस्थापनों सामना कर रहे चुनौतीयों और
इन संस्थापनों के भविष्य के बारें में सोच-विचार करेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय अल्पव्यय क्षेत्र में विश्व व्यापार संघटन ने
किए असर ,
उत्तर-दक्षिण रिशते,
दक्षिण-दक्षिण
रिश्ते,
नए नियंत्रण,
यूरोपी-मेडिट्टरेनियन हिस्सेदारी आदी कई विषयों के बारे में इस
सम्मेलन में चर्च करेंगे।
द्वितीय सभा में
अरब राष्ट्रों के अधिकार और उसके प्रतिस्पर्धियों के बारें में
चर्चा करेंगे। चौथा सभा में सभ्यताओं के संघर्ष और आपसी संवाद,
पांचवां सभा में
महत्वपूर्ण प्रवासी युग,
प्रवासी तत्वों
के खोज,
राजनैति,
तत्वज्ञान,
अल्पव्याय,
कृषी और
परिस्थिति पर प्रवास के असर आदी के बारें मे विचार विमर्श
करेंगे।
इस सम्मेलन में
सरकारी वरिष्ट अधिकारियों,
संसदीय सदस्यों,
विद्वानों,
निपुणों,
30 राष्ट्रों के
अंतर्राष्ट्रीय गैर सर्कारी संस्थापनों के सदस्यों भाग लेने के
आशा है।
प्रजातंत्रिक
सुधराओं के आरम्भ करने के उपायों के बारें में सम्मेलन में
चर्चा करेंगे। इन सुधराव विकासोन्मुखी राष्ट्रों के समाज में
करने वाले परिवर्तनों के बारें में भी सम्मेलन विचार-विमर्श
करेंगै। कत्तर राज्य में प्रजातंत्र स्थापित करने के उत्सुकता
से कत्तर के एमीर महामहिम शेख हमद बिन खलीफा अल थानी ने इस
6वाँ
सम्मेलन दोहा के मेज़बानी में संघटित करने के निर्य किया।
©विदेशी सूचना
साधन, कतर,
कत्तर राज्य के
उप प्रधानमंत्रि एवम विदेशकार्य मंत्रि माननीय शेख हमद बिन
जासेम बिन जाबर् अल थानी ने इस सम्मेलन संघटित करने के लिए
विशेष ध्यान देते है ताकि उनके विश्वास यह है कि प्रजातंत्र,
विकास,
मुक्त व्यापार
आदी प्रजातंत्रिक परिस्थिति में ही समाज में सफल होते है।
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